🥇 स्वर्णिम बेटियाँ 🥋
ताक़त में नारी कम नहीं,
ये दुनिया को दिखला दिया,
घाव खाए, पसीना बहाया,
पर सपना साकार किया।
गीत शर्मा की गूंज ने,
जीत की सौगात दी,
देवांशी के साहस ने,
हर चुनौती को मात दी।
मुस्कान की चमक से तो,
स्वर्णिम परचम लहराया,
घुटनों के बल गिरकर भी,
हर बार हौसला पाया।
ताइक्वांडो की रणभूमि में,
स्वर्ण ताज पहनाया है ,
ब्रह्मचारी रामानुजन का नाम,
आसमान तक पहुँचाया है।
ये बेटियाँ हैं दीपक सी,
जो अंधेरों को हराती हैं,
मेहनत, साहस और संघर्ष से,
नई राहें दिखलाती हैं।
ऐसा ही अवसर आता रहे,
जीवन में बार - बार,
यही कामना करता है,
पूरा विद्यालय परिवार।
@kavi Mr Ravi
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