Dear "Kamlesh"

                       कमलेश
हरे भरे उस ग्रीन पार्क में,
तेरा नाम जैसे बहार लगे।
कमलेश, तू जब मुस्काए,
हर पल वो सुबह-ए-ख़ुमार लगे।

तेरी हर एक बात में जादू है,
तेरी हँसी में कोई कशिश खास है।
कमलेश, तू जब सामने आती है,
हर शाम सुहानी, हर पल मीठा अहसास है।

तेरे बिना हर शाम अधूरी,
तेरे खयाल में गुजारूं रात सारी।
तेरी हँसी जैसे चाँदनी बिखेरे,
मुझे पसंद है तेरी  यारी।

झील-सी आँखों में डूब जाऊँ,
तेरी हर बात पे शेर बनाऊँ।
तू चले तो फूल बिछ जाएं,
तू बोले तो मौसम मुस्काए।

तेरे नाम से दिल धड़कता है,
तेरे ख्यालों में मन भटकता है।
कमलेश, तू मेरे दिल की रानी,
तेरे बिना हर ख़ुशी अधूरी कहानी।

ग्रीन पार्क की रौनक तू,
फूलों में जैसे खुशबू तू।
जिस राह से तू गुजर जाए,
वो राहें खुद पर इतराएं।

तेरे बिना ये जिंदगी सूनी 
तेरे खयालों में दिल बहके।
तेरे कदमों की आहट से,
फिज़ाओं में मोहब्बत महके।

जब तू खिल खिलाकर हँसती है,
जगमगाते जैसे चांद सितारे।
जब तू खामोश होकर देखे मुझे,
दिल धड़क-धड़क  तुझे पुकारे।

मैं इंतज़ार करूँ तुझसे मिलने का,
चहरे पे तेरे मुस्कान खिलने का।
जहाँ हवा भी तेरा नाम लेती है,
मेरी धड़कनें तुझसे मिलने को कहती हैं।

कमलेश, तू मेरे ख्वाबों की रानी,
तेरे बिना अधूरी मेरी हर कहानी।
तू सोने सी खरी और मैं रांगा
मेरी हर दुआ में खुदा से तुझे मांगा l

तेरे नाम की चुप सी दुआ हूँ मैं,
हर जनम में तेरा ही पता हूँ मैं।
बस एक बार मेरा नाम लेकर मुस्कुरा दे,
तेरे कदमों में ये दिल लुटा दूँ मैं।

@Kavi mr Ravi 




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