पहली नज़र

                    (  पहली नज़र )

पहली बार जब देखा उसे
नज़र उससे हटी ना...
ऐसी हसीन घटना
जीवन मे कभी घटी ना...

वो अनजान दिल को 
भा गयी...
देखते ही उसे बेजान जिंदगी मे 
जान आ गयी...

अब उसके ख़याल के बिना
एक भी रात मेरी कटी ना...
पहली बार जब देखा उसे
नज़र उससे हटी ना...

एक नूर सा उसमे 
जगमगाता है...
रोम रोम आनंदित होता है
जब उसका ख़याल आता है...

कोई दिन नही जब 
जुबा ने उसके नाम कि स्पेलिंग रटी ना...
पहली बार जब देखा उसे
नज़र उससे हटी ना...

चांद से उसके चेहरे पर
एक हसीन तिल का डेरा है...
कसम उस खुदा कि
उसने चैन छीन लिया मेरा है...

मेरे रोग कि 
उससे असरदार कोई वटी ना...
पहली बार जब देखा उसे
नज़र उससे हटी ना...

शोर मच जायेगा
अगर मे उसका नाम बया कर दूँ...
जी करता है उसके नाम से
दिल कि दीवारें भर दूँ...

इस नाचीज से 
अब तक कोई पटी ना...
क्यों कि पहली बार जब देखा उसे
नज़र उससे हटी ना...

@ kavi  mr  Ravi 














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