ये दुनियां बेशक शिवा की दीवानी है... हम है जिसके दीवाने
उसका नाम शिवानी है...
एक नूर सा झलकता है उसके चहरे पे
और कोयल सी वानी (वाणी) है...
एक बार और सुनलो यारो
उसका नाम शिवानी है....
मुस्कान उसकी कातिलाना और आंखे सागर का नीला पानी है...
डूब जाऊं उसकी झील सी आंखों में
नाम जिसका शिवानी है...
रेशम सी जुल्फे उसकी
मुस्कान जिंदगानी है...
हर कोई कायल है उसका
नाम जिसका शिवानी है...
कलियों की सौंदर्यता फीकी आगे उसके
ऐसी रवानी है...
सही कहा यारो
उसका नाम शिवानी है...
उसकी आंखों की चमक से रोशन
मेरे दिल का हर कोना है...
मर के भी अब मुझे
उसको नही खोना है...
मेरे दिल को किताब की
वो ही कहानी है...
मैं तो शरीर हूं बस
मेरी आत्मा तो शिवानी है...
उसकी छूहन भी
मखमली एहसास है...
मेरे लिए वो
खुदा से भी खास है...
सुन लो मुझे जिंदगी अब
उसी के साथ बितानी है...
बहुत प्यारी है वो
उसका का नाम शिवानी है...
सुराही सी गर्दन उसकी
कजरारे नैन....
देखते ही उसको
हो जाता हूं बैचेन...
वो तो सच में
परियों की भी रानी है...
खुदा भी दीवाना है जिसका
उसका नाम शिवानी है....
@रवि जांगिड़(kavi Mr Ravi)
Very nice poem
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