फर्जी मतदान हास्य कविता

फर्जी मतदान हास्य कविता

एक नेता जी ले गए अपनी पत्नी को डॉक्टर के पास...
डॉक्टर साहब उल्टी कर कर के हो गई है ये मरी लाश....

हो गई मरी लाश 
चक्कर खा के लहरा रही है...
जरा बताइए कौनसी तकलीफ 
इस पर गहरा रही है...

डॉक्टर जी 
तुरंत कीजिए इसकी जांच...
मेरी प्यारी पत्नी पे 
ना आए कोई आंच...

कुछ समय बाद नेताजी की बीवी की रिपोर्ट्स आई...
डॉक्टर ने खुश होकर 
नेता जी को बताई...

नेता जी अब 
मिठाई खिलाइए आप...
आप बनने वाले है 
एक बच्चे के बाप...

रिपोर्ट ने नेता जी के 
होश उड़ा दिए...
माथे पे पसीने छुड़ा दिए...


नेता जी 
तुरंत कुर्सी से हुए खड़े...
ये देख 
डॉक्टर बोले पड़े...

नेताजी आप का ध्यान 
कहां भटक गया है...
खिलने की बजाय 
चेहरा आपका लटक गया है...

अरे डॉक्टर साहब 
मैं तो जीते जी मर गया...
समझ नही आ रहा 
साला ये फर्जी मतदान कौन कर गया...
@रवि जांगिड़

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