नर या मादा हास्य कविता
एक दिन बायलॉजी के लैब में
टीचर ने टोला के सामने रखा एक मेंढक बड़ा....
बिना देर किए टीचर ने
टोला के सामने किया एक प्रश्न खड़ा....
टोला तुमको समय नही मिलेगा ज्यादा....
जरा ये बताओ ये मेंढक नर है या मादा....
प्रश्न सुनते ही दिमाग टोला का हो गया चूरा...
बहुत देर तक मेंढक को हाथ मे लेकर घूरा....
जब 10 मिनट तक टोला मेंढक को घूरता रहा...
तक जाकर टीचर ने टोला से गुस्से में कहा...
टोला तुम बना के अपनी आंखों को
जैसे लड्डू मोती चूर के....
क्या देख रहे हो
मेंढक में ऐसा घूर घूर के....
क्या कर रहे हो मेंढक पर तुम कोई जादू मंतर...
अब तक समझे नही तुम नर और मादा में अंतर...
सर् मेरी आँखें बस इतना देख सकी है....
इस मेंढक ने लिपिस्टिक नही लगा रखी है...
इसका मतलब ये बात है एकदम साफ....
ये मादा नही नर है समझ गए होंगे आप....
by-Ravi jangid(Kavi mr Ravi)
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