@ Ravi Jangid
दोस्तों मेरा ये हास्य एक्ट है । जिसका उद्देश्य केवल मनोरंजन है ।कृपया इसे दिल पे ना लें
आपका अपना रवि
-----------------------////////////----------------------
राजू रोता हुआ घर आता है |
और रोता हुआ गुनगुनाता है...
"तड़प तड़प के इस पिछवाड़े से आह
निकलती रही। मुझको सजा मिली बाहर जानेकी...
की कुट गए...हां कुट गए ।"
ये देखते ही राजू के पिता बोले-
अरे क्यों रो रहा है ? ऐसा क्या हो गया ?
राजू- पापा मम्मी ने सूजी लेने बाहर भेज दिया था।
मैने मास्क नहीं लगा रखा था तो पुलिस ने मुझे सुजा दिया ।
पिता हंसते हुए बोले - मतलब सूजी नहीं लाया
लेकिन बम तो सुजी ही लाया है (पिता उसके पिछवाड़े पर हाथ फेरते हुए बोले)
राजू रोते हुए -आप मजाक मत उड़ाओ मेरी ।
पिता- मजाक नहीं बनाए तो क्या करे ? तेरी इस सुजी( राजू के पिछवाड़े को सहलाते हुए )को ठीक करने के लिए आयोडेक्स और लानी पड़ेगी।
चल फुट.... मैं लाता हूं सुजी।
पिता मार्केट जाता रहता है ।
तभी दूर से एक पुलिस वाला देख लेता है।
पुलिस वाला -- अरे अपने बचपन वाले मास्टर साहब हैं इन्होंने तो मुझे बहुत कुटा है बचपन में ।आज सारा बदला निकाल लूंगा।
मेरा नाम है महेश भट्ट....
मास्टर जी तेयार हो जाओ खाने को लठ्ठ।
पुलिस वाला (महेश )चुपके से मास्टर (राजू का पिता)
को लाठी से पीटता है।
पीटने के बाद मास्टर जी महेश की तरफ देखते है तो
महेश - गुरुजी जी..... आप !
है भगवान मैने क्या कर दिया?अपने गुरु को ही धो दिया ।
मास्टर जी कहराते हुए - कोई बात नहीं बेटा महेश तुमको पता नहीं रहा होगा।तुम तो अपना कर्तव्य पालन कर रहे थे।
महेश - गुरु जी माफ करना मैने आपको देखा नहीं था।
मास्टर जी - कोई बात नहीं बेटा अब तो चिड़िया चुग गई खेत।
मास्टर जी दर्द से कहराते हुए बोले-
"अब क्या फायदा निकालने से बाल की खाल...
अब तो हो चुका है पिछ्वाड़ा लाल..."
मास्टर जी दुकान से सूजी लेकर लंगड़ाते हुए घर आते हैं और गिर पड़ते हैं।
उनको देखते ही राजू गाने लगा-
"कुटा कुटा एक बूढ़ा ऐसे कुटा..
की चल नहीं पाया।
कूटा कूटा पुलिस ने उसको ऐसे कूटा..
की उठ नहीं पाया!
लड़खड़ाता हुआ आकर कर गिरा जमीन पर
ढूंगे कह रहे उसके...
आयोडेक्स लगा दे भइए
आयोडेक्स लगा दे..."
क्यों पिता जी मैं तो एक ही सूजी लाया था ।आप तो दोनों ही सूजी ले आए । एक पंथ दो काज।
पिता- चुप कर बेशर्म उठा मुझे ।
बाद मे राजू अपने पिता के झंडू बाम रगड़ते हुए
बोला -
" कोरोना के काल में हाल ना कोई बुझे...
आयोडेक्स ही काम आए जब पिछ्वाड़ा सुजे"
तभी मास्टर की पत्नी चाई बनाकर लाती है ।
पत्नी --आज तक केवल गाल लाल देखा है ।और इन पुलिस वालो ने लाल पिछ्वाड़ा भी दिखा दिया।क्या समय आया है।
मास्टर -- तुम क्यों जले पर नमक लगा रही हो।
तभी दरवाजे पर भिखारी आ जाता है।
पत्नी रोटी लेकर जाती है।
वो भिखारी को रोटी देने लगती है ।
भिखारी - एक मीटर की दूरी बनाओ मुझ से।
मुझे रोटी नहीं चाहिए ।मेरे पास सरकार का दिया सब कुछ है। आटा है... चावल है... दाल है ।
पत्नी पीछे हट जाती है और बोलती है - तो क्या चाहिए बाबा ?
भिखारी-मुझे मास्क चाहिए वो सरकार ने नहीं बाँटे है ना। और सेनेटाइजर हो तो वो भी देदो....
पत्नी गुस्सा हो कर बेलन लेकर पीछे दौड़ती है ।भिखारी भाग जाता है।
तभी पड़ोसी घसीटा राम ये गुनगुनाते हुए वहां आता है -
"लठ पड़े रे पड़े बीच बाज़ार
इज्जत लूट गई पहली बार
दर्जी को बुलाया कितनी बार
(अपने फटे कपड़ों को दिखाते हुए )
आया ना निकम्मा इक भी बार
रोते रोते घर गया रे... रोते रोते घर गया...."
मास्टर --ये लो एक और आ गया पुलिस का सताया।
और भाई घसीटा क्या हाल है ?
घसीटा - चकनाचूर हड्डी और पिछ्वाड़ा लाल है....
सब हंसते है ।
घसीटा - अरे मैं तो कोरॉना के बारे में न्यूज देखने आया था।मुझे न्यूज देखनी है ।टीवी चला दो जरा।
न्यूज़ चालू होती है
न्यूज एंकर - सात दिन 24घंटे हम आपको जाग्रत रखते हैं ।आपको सोचना सिखाते हैं ।आपके जीवन को देते हैं एक मोड़ एक सही दिशा ।झूठ की दीवारों को तोड़कर जीवन के हर मोड़ पर हम लाते है केवल और केवल सच । जो जीवन पर करे असर ऐसी हर एक खबर।
मैं मांगीलाल...
सुनाऊंगा देश का हाल...
आप देख रहे हैं फिलहाल...
हमारा प्रोग्राम
कितनो की कुटी कितनो की लाल...
देश कोरोना की महामारी से
जूझ रहा है...
और लोगो का घर से बाहर निकलते ही
पिछ्वाड़ा सूज रहा है...
कई लोग हैं कोरोना की चपेट में...
लेकिन उससे ज्यादा है पुलिस की लपेट में...
अभी देश में कोराना के 900 मामले सामने आए हैं लेकिन । लॉक डाउन की वजह से लगभग 2000 लोग डाउन है । मेरा मतलब चलने की हालत में नहीं है । इसके चलते मार्केट में झंडू बाम ,आयोडेक्स और मूव की खपत बढ़ी है ।
आयिये हम आपको ले चलते है सीधे दिल्ली जहाँ हमारे संवादाता टोला राम मौजूद है ।
टोला.. टोला...टोला...
क्या आप हमें सुन पा रहे हैं?
टोला - जी सर यहां लॉक डाउन होने से चारो तरफ पुलिस ही पुलिस का पहरा है और लोग बाहर निकल नहीं रहे हैं ।कुछ लोगो ने दुस्साहस किया । उनसे आपको रूबरू करवाता हूं।
एक शक्श के पास जाते हुए-
सर क्या नाम है आपका ?
"जी मेरा नाम बाबू है।
लेकिन अब बाबू...लाल हो गया है ।
टोला - तो बाबूलाल जी आप क्यों आए घर से बाहर ?
"जी कुछ नहीं बस पत्नी ने दाल मंगवाई थी ।
मैने मना किया तो उसने आंख दिखा दी।
इधर कुआ उधर खाई ।तो मैं कुएं में आ गया ।
मतलब बाहर ।
और पुलिस भाइयों की लाठी ने बाबू से बाबूलाल कर दिया ।
टोला -हम समझ सकते हैं आपका दर्द ।
अब टोला दूसरे से पूछता है -
जी आपके साथ क्या हुआ...?
दूसरा आदमी रोने लगता है
टोला -आप रो क्यों रहे हैं ? क्या आपके पिछवाड़े में दर्द का माहौल है?
दूसरा आदमी -- हम दर्द की वजह से नहीं रो
रहे । हम इसलिए रो रहे हैं कि पुलिस वालो ने हमारा कच्चा ही फाड़ डाला । ससुरा गला हुआ कच्चा था। लठ्ठ पड़ते ही फट गया। एक ही कच्चा था । अब हमारा क्या होगा ?
टोला --आप एक काम करो उसका मास्क सिला लो।आपको इस समय कच्छे से ज्यादा मास्क की जरूरत है ।
"नहीं ....हम ऐसा करेंगे तो कॉरोना से पहले ही मर जाएंगे ।"
टोला - क्यों?
"अरे हमारे पास एक ही कच्चा था ना तो हम 2 साल से धो नहीं पाए ना।
टोला - चल हट...
सर हमारे पास एक पुलिस वाले साहब है इनसे बात करते है...
टोला -- सर आपका जनता कर्फ्यू के बारे में क्या कहना है।
पुलिस - देखिए सर हमने धुलाई में कोई कसर नहीं छोड़ रखी हैं ।लोगो को कोराना से इतना डर नहीं जितना हमसे है। और मै बस यही कहूंगा
कूटा है तुझको कूटेगे हर दम
लेकिन मेरी जान ये कुटाई ना होगी कम...
बाहर जो आते हैं..
उनके आंसू बहते...
अपना तो मिलन होगा...
लठ लिए खड़े रहते हैं...
क्या ये जिंदगानी है....
बस कोरोना की महरबानी है...
थैंक्स
टोला-दिल्ली से केमरामेन भोला के साथ टोला।
एंकर -धन्यवाद टोला....
आप बने रहिए हमारे साथ...
मिलते हैं एक बड़े ब्रेक के बाद...
एड -
1- " पिछ्वाड़ा लाल हुआ हो अगर लठ्ठ से ..
तो लगाइए मूव दर्द मिटेगा झट्ट से..."
2- "बाबूलाल , सोहनलाल और जितने भी है लाल....
झंडू बाम लगाइए
और तुरन्त लाल हटाइए।"
3- "जब लठ्ठ पड़े हो तगड़े....
तो हिमानी फ़ास्ट रिलीफ ही रगड़े...
दर्द का अंत तुरन्त"
4- "अगर भगाना हैं कोरोना...
तो लाइफ बॉय से ही हाथ धोना.."
एंकर- ब्रेक के बाद आपका स्वागत है ।
मैं मांगीलाल । घबराइए मत
मेरे नाम में पहले से ही लाल लगा है ।
पुलिस के डंडे खाने के बाद नही पड़ा।
1- अभी हमारे गुप्त सूत्रों से पता चला है कि
2 लोगो ने पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई है।
उनका कहना है कि जब से पुलिस ने
उनका पिछ्वाड़ा लाल किया है लोग
तब से उनको बन्नालाल और
रंगलाल के नाम से चिडा रहे हैं।
2-कुछ पुरुषों का समूह मोदी जी से अपिल कर
रहा है कि ब्यूटी पार्लर खुले रखे वरना
कोरोना कि बजाय उनकी पत्नी से डरकर
उनकी मौत हो सकती है।
3- हमारे एक्सपर्ट का दावा है कि
इसी तरह लोकडाउन रहा तो
देश की जनसंख्या up हो जाएगी।
और भारत जनसंख्या का मामले मे
चीन को पछाड़ देगा ।
अब दोस्तो आप इन नियमो का पालन करे यदि आपको कोरीना को मात देनी है----
1- अपने मुंह को ढ़खे जब भी आए छींक और खांसी....
नहीं तो कोरोना लगा देगा बिन रस्सी के
फांसी।
2 - दिन में बार - बार जो साबुन से हाथ धोय...
उसके कोराना कभी ना होय...
3 - घर से बाहर कदम ना रखना
है सबको जरूरी....
नहीं तो पिछ्वाड़ा लाल होने की
संभानाएं है पूरी....
सरकार की देश की नारियों से अपील -
1-औरते केवल बार बार हाथ धोए पतियों को नहीं...
2-पति से बदला लेने के लिए उसे घर से
बाहर ना भेजे ।
3 - जब तक ब्यूटी पार्लर ना खुले
अपना चेहरा स्कार्फ से ढका रखे।
4-अपने पतियों की काम में मदद करें ।
समाचार के अंत में बस इतना है कहना...
अगर कोरोना से जीतनी है जंग तो घर पर ही रहना...
समाचार समाप्त
by-रवि जाँगिड़(kavi mr ravi)
दोस्तों मेरा ये हास्य एक्ट है । जिसका उद्देश्य केवल मनोरंजन है ।कृपया इसे दिल पे ना लें
आपका अपना रवि
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राजू रोता हुआ घर आता है |
और रोता हुआ गुनगुनाता है...
"तड़प तड़प के इस पिछवाड़े से आह
निकलती रही। मुझको सजा मिली बाहर जानेकी...
की कुट गए...हां कुट गए ।"
ये देखते ही राजू के पिता बोले-
अरे क्यों रो रहा है ? ऐसा क्या हो गया ?
राजू- पापा मम्मी ने सूजी लेने बाहर भेज दिया था।
मैने मास्क नहीं लगा रखा था तो पुलिस ने मुझे सुजा दिया ।
पिता हंसते हुए बोले - मतलब सूजी नहीं लाया
लेकिन बम तो सुजी ही लाया है (पिता उसके पिछवाड़े पर हाथ फेरते हुए बोले)
राजू रोते हुए -आप मजाक मत उड़ाओ मेरी ।
पिता- मजाक नहीं बनाए तो क्या करे ? तेरी इस सुजी( राजू के पिछवाड़े को सहलाते हुए )को ठीक करने के लिए आयोडेक्स और लानी पड़ेगी।
चल फुट.... मैं लाता हूं सुजी।
पिता मार्केट जाता रहता है ।
तभी दूर से एक पुलिस वाला देख लेता है।
पुलिस वाला -- अरे अपने बचपन वाले मास्टर साहब हैं इन्होंने तो मुझे बहुत कुटा है बचपन में ।आज सारा बदला निकाल लूंगा।
मेरा नाम है महेश भट्ट....
मास्टर जी तेयार हो जाओ खाने को लठ्ठ।
पुलिस वाला (महेश )चुपके से मास्टर (राजू का पिता)
को लाठी से पीटता है।
पीटने के बाद मास्टर जी महेश की तरफ देखते है तो
महेश - गुरुजी जी..... आप !
है भगवान मैने क्या कर दिया?अपने गुरु को ही धो दिया ।
मास्टर जी कहराते हुए - कोई बात नहीं बेटा महेश तुमको पता नहीं रहा होगा।तुम तो अपना कर्तव्य पालन कर रहे थे।
महेश - गुरु जी माफ करना मैने आपको देखा नहीं था।
मास्टर जी - कोई बात नहीं बेटा अब तो चिड़िया चुग गई खेत।
मास्टर जी दर्द से कहराते हुए बोले-
"अब क्या फायदा निकालने से बाल की खाल...
अब तो हो चुका है पिछ्वाड़ा लाल..."
मास्टर जी दुकान से सूजी लेकर लंगड़ाते हुए घर आते हैं और गिर पड़ते हैं।
उनको देखते ही राजू गाने लगा-
"कुटा कुटा एक बूढ़ा ऐसे कुटा..
की चल नहीं पाया।
कूटा कूटा पुलिस ने उसको ऐसे कूटा..
की उठ नहीं पाया!
लड़खड़ाता हुआ आकर कर गिरा जमीन पर
ढूंगे कह रहे उसके...
आयोडेक्स लगा दे भइए
आयोडेक्स लगा दे..."
क्यों पिता जी मैं तो एक ही सूजी लाया था ।आप तो दोनों ही सूजी ले आए । एक पंथ दो काज।
पिता- चुप कर बेशर्म उठा मुझे ।
बाद मे राजू अपने पिता के झंडू बाम रगड़ते हुए
बोला -
" कोरोना के काल में हाल ना कोई बुझे...
आयोडेक्स ही काम आए जब पिछ्वाड़ा सुजे"
तभी मास्टर की पत्नी चाई बनाकर लाती है ।
पत्नी --आज तक केवल गाल लाल देखा है ।और इन पुलिस वालो ने लाल पिछ्वाड़ा भी दिखा दिया।क्या समय आया है।
मास्टर -- तुम क्यों जले पर नमक लगा रही हो।
तभी दरवाजे पर भिखारी आ जाता है।
पत्नी रोटी लेकर जाती है।
वो भिखारी को रोटी देने लगती है ।
भिखारी - एक मीटर की दूरी बनाओ मुझ से।
मुझे रोटी नहीं चाहिए ।मेरे पास सरकार का दिया सब कुछ है। आटा है... चावल है... दाल है ।
पत्नी पीछे हट जाती है और बोलती है - तो क्या चाहिए बाबा ?
भिखारी-मुझे मास्क चाहिए वो सरकार ने नहीं बाँटे है ना। और सेनेटाइजर हो तो वो भी देदो....
पत्नी गुस्सा हो कर बेलन लेकर पीछे दौड़ती है ।भिखारी भाग जाता है।
तभी पड़ोसी घसीटा राम ये गुनगुनाते हुए वहां आता है -
"लठ पड़े रे पड़े बीच बाज़ार
इज्जत लूट गई पहली बार
दर्जी को बुलाया कितनी बार
(अपने फटे कपड़ों को दिखाते हुए )
आया ना निकम्मा इक भी बार
रोते रोते घर गया रे... रोते रोते घर गया...."
मास्टर --ये लो एक और आ गया पुलिस का सताया।
और भाई घसीटा क्या हाल है ?
घसीटा - चकनाचूर हड्डी और पिछ्वाड़ा लाल है....
सब हंसते है ।
घसीटा - अरे मैं तो कोरॉना के बारे में न्यूज देखने आया था।मुझे न्यूज देखनी है ।टीवी चला दो जरा।
न्यूज़ चालू होती है
न्यूज एंकर - सात दिन 24घंटे हम आपको जाग्रत रखते हैं ।आपको सोचना सिखाते हैं ।आपके जीवन को देते हैं एक मोड़ एक सही दिशा ।झूठ की दीवारों को तोड़कर जीवन के हर मोड़ पर हम लाते है केवल और केवल सच । जो जीवन पर करे असर ऐसी हर एक खबर।
मैं मांगीलाल...
सुनाऊंगा देश का हाल...
आप देख रहे हैं फिलहाल...
हमारा प्रोग्राम
कितनो की कुटी कितनो की लाल...
देश कोरोना की महामारी से
जूझ रहा है...
और लोगो का घर से बाहर निकलते ही
पिछ्वाड़ा सूज रहा है...
कई लोग हैं कोरोना की चपेट में...
लेकिन उससे ज्यादा है पुलिस की लपेट में...
अभी देश में कोराना के 900 मामले सामने आए हैं लेकिन । लॉक डाउन की वजह से लगभग 2000 लोग डाउन है । मेरा मतलब चलने की हालत में नहीं है । इसके चलते मार्केट में झंडू बाम ,आयोडेक्स और मूव की खपत बढ़ी है ।
आयिये हम आपको ले चलते है सीधे दिल्ली जहाँ हमारे संवादाता टोला राम मौजूद है ।
टोला.. टोला...टोला...
क्या आप हमें सुन पा रहे हैं?
टोला - जी सर यहां लॉक डाउन होने से चारो तरफ पुलिस ही पुलिस का पहरा है और लोग बाहर निकल नहीं रहे हैं ।कुछ लोगो ने दुस्साहस किया । उनसे आपको रूबरू करवाता हूं।
एक शक्श के पास जाते हुए-
सर क्या नाम है आपका ?
"जी मेरा नाम बाबू है।
लेकिन अब बाबू...लाल हो गया है ।
टोला - तो बाबूलाल जी आप क्यों आए घर से बाहर ?
"जी कुछ नहीं बस पत्नी ने दाल मंगवाई थी ।
मैने मना किया तो उसने आंख दिखा दी।
इधर कुआ उधर खाई ।तो मैं कुएं में आ गया ।
मतलब बाहर ।
और पुलिस भाइयों की लाठी ने बाबू से बाबूलाल कर दिया ।
टोला -हम समझ सकते हैं आपका दर्द ।
अब टोला दूसरे से पूछता है -
जी आपके साथ क्या हुआ...?
दूसरा आदमी रोने लगता है
टोला -आप रो क्यों रहे हैं ? क्या आपके पिछवाड़े में दर्द का माहौल है?
दूसरा आदमी -- हम दर्द की वजह से नहीं रो
रहे । हम इसलिए रो रहे हैं कि पुलिस वालो ने हमारा कच्चा ही फाड़ डाला । ससुरा गला हुआ कच्चा था। लठ्ठ पड़ते ही फट गया। एक ही कच्चा था । अब हमारा क्या होगा ?
टोला --आप एक काम करो उसका मास्क सिला लो।आपको इस समय कच्छे से ज्यादा मास्क की जरूरत है ।
"नहीं ....हम ऐसा करेंगे तो कॉरोना से पहले ही मर जाएंगे ।"
टोला - क्यों?
"अरे हमारे पास एक ही कच्चा था ना तो हम 2 साल से धो नहीं पाए ना।
टोला - चल हट...
सर हमारे पास एक पुलिस वाले साहब है इनसे बात करते है...
टोला -- सर आपका जनता कर्फ्यू के बारे में क्या कहना है।
पुलिस - देखिए सर हमने धुलाई में कोई कसर नहीं छोड़ रखी हैं ।लोगो को कोराना से इतना डर नहीं जितना हमसे है। और मै बस यही कहूंगा
कूटा है तुझको कूटेगे हर दम
लेकिन मेरी जान ये कुटाई ना होगी कम...
बाहर जो आते हैं..
उनके आंसू बहते...
अपना तो मिलन होगा...
लठ लिए खड़े रहते हैं...
क्या ये जिंदगानी है....
बस कोरोना की महरबानी है...
थैंक्स
टोला-दिल्ली से केमरामेन भोला के साथ टोला।
एंकर -धन्यवाद टोला....
आप बने रहिए हमारे साथ...
मिलते हैं एक बड़े ब्रेक के बाद...
एड -
1- " पिछ्वाड़ा लाल हुआ हो अगर लठ्ठ से ..
तो लगाइए मूव दर्द मिटेगा झट्ट से..."
2- "बाबूलाल , सोहनलाल और जितने भी है लाल....
झंडू बाम लगाइए
और तुरन्त लाल हटाइए।"
3- "जब लठ्ठ पड़े हो तगड़े....
तो हिमानी फ़ास्ट रिलीफ ही रगड़े...
दर्द का अंत तुरन्त"
4- "अगर भगाना हैं कोरोना...
तो लाइफ बॉय से ही हाथ धोना.."
एंकर- ब्रेक के बाद आपका स्वागत है ।
मैं मांगीलाल । घबराइए मत
मेरे नाम में पहले से ही लाल लगा है ।
पुलिस के डंडे खाने के बाद नही पड़ा।
1- अभी हमारे गुप्त सूत्रों से पता चला है कि
2 लोगो ने पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई है।
उनका कहना है कि जब से पुलिस ने
उनका पिछ्वाड़ा लाल किया है लोग
तब से उनको बन्नालाल और
रंगलाल के नाम से चिडा रहे हैं।
2-कुछ पुरुषों का समूह मोदी जी से अपिल कर
रहा है कि ब्यूटी पार्लर खुले रखे वरना
कोरोना कि बजाय उनकी पत्नी से डरकर
उनकी मौत हो सकती है।
3- हमारे एक्सपर्ट का दावा है कि
इसी तरह लोकडाउन रहा तो
देश की जनसंख्या up हो जाएगी।
और भारत जनसंख्या का मामले मे
चीन को पछाड़ देगा ।
अब दोस्तो आप इन नियमो का पालन करे यदि आपको कोरीना को मात देनी है----
1- अपने मुंह को ढ़खे जब भी आए छींक और खांसी....
नहीं तो कोरोना लगा देगा बिन रस्सी के
फांसी।
2 - दिन में बार - बार जो साबुन से हाथ धोय...
उसके कोराना कभी ना होय...
3 - घर से बाहर कदम ना रखना
है सबको जरूरी....
नहीं तो पिछ्वाड़ा लाल होने की
संभानाएं है पूरी....
सरकार की देश की नारियों से अपील -
1-औरते केवल बार बार हाथ धोए पतियों को नहीं...
2-पति से बदला लेने के लिए उसे घर से
बाहर ना भेजे ।
3 - जब तक ब्यूटी पार्लर ना खुले
अपना चेहरा स्कार्फ से ढका रखे।
4-अपने पतियों की काम में मदद करें ।
समाचार के अंत में बस इतना है कहना...
अगर कोरोना से जीतनी है जंग तो घर पर ही रहना...
समाचार समाप्त
by-रवि जाँगिड़(kavi mr ravi)
Nice sir best kavita 😛😆😆😂😂😂
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