जीजा - अरे मेरे सालों
अपने घरवालों से कह दो
दर पे तुम्हारा जीजा आ गया है......
भटकते भटकते
बस में लटकते
घर पे तुम्हारा जीजा आ गया है.....
हाथ में कलम कॉपी
पेशे से है कवि
नाम बता दो उनको रवि
हाँ.... नाम बता दो उनको रवि...
अरे मेरे सालों
अपनी बहन को बुला लो
दर पे उसका हसबैंड आ गया है...
अपने घरवालों से कह दो
दर पे तुम्हारा जीजा आ गया है......
भटकते भटकते
बस में लटकते
घर पे तुम्हारा जीजा आ गया है.....
हाथ में कलम कॉपी
पेशे से है कवि
नाम बता दो उनको रवि
हाँ.... नाम बता दो उनको रवि...
अरे मेरे सालों
अपनी बहन को बुला लो
दर पे उसका हसबैंड आ गया है...
पत्नी- सुनते ही दौड़ी
चली आई तुम्हारी
राधा...
तुम्हारे बिन
तुम्हारे बिन
मेरा शरीर हुआ
आधा...
गले लग जा मेरे
लेले साथ फेरे
नही जिना बिन तेरे।
गले लग जा मेरे
लेले साथ फेरे
नही जिना बिन तेरे।
सालें-
अरे द्वारपालों दरवाज़ा खोलो..
दर पे हमारा जीजा आ गया है
Aanad aa gya
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