------समाजा तू-------

           समाजा तू ..............
मेरी आँखों मे 
मेरी सांसो में 
मेरे रग रग में।
     समाजा तू.....
मेरे तन में
मेरे मन में
मेरी धड़कन में।
तेरे बिन धड़कने मेरी थम रहीं हैं।
तेरे बिन सांसे मेरी जम रहीं हैं।
आकर धड़कने चला जा तू.....
     समाजा तू .....
तेरे बिन सब सूना सूना
खाली लगे दिल का हर कोना
आकर दिल बहला जा तू....
समाजा तू....
तेरे बिन आँखे पानी पानी
छा रही है बेजुबानी
आकर दो लब्ज़ बतिया जा तू...
समाजा तू.....
तेरे बिन खाना भी ना भाए
याद तेरी पल पल आये
आकर अपने हाथों से ख़िलाजा तू..
समाजा तू....
तेरे बिन दम सा घुटता है
सीने में मेरे दर्द सा उठता है
आकर मरहम लगा जा तू
समाजा तू....
  मेरी आँखों मे  
मेरी साँसों में
   मेरे रग रग में...
By-Ravi jangid
9694943129



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