जल संरक्षण पर उद्धरण(quotation)




- पीने को तो पानी प्यारा है
  मानव क्यों व्यर्थ बहा रहा है......
  जब सूख जाएगा पानी का घड़ा
  संकट  आ जायेगा बहुत बड़ा....
  दुखों के बादल फिर बरसेंगे
  जब हम बून्द बून्द को तरसेंगे.....

- बूंद - बूंद अगर हम नही बरतेंगे
  कसम खुदा की बूंद-बूंद को तरसेंगे....

- जल संरक्षण की बनाओ यारो सोच
  वरना पानी  को तरसेंगे हर रोज़.....

- अरे श्रेष्ठतम प्राणी करो ना नादानी
  पानी बचाओ वरना होना होगा हमको पानी पानी....

- अरे ! मूर्ख प्राणी मत कर इतनी नादानी
  सोने चांदी का  तो मोल होता है
  लेकिन अमूल्य है ये पानी.....

- जिस सोने चांदी के बिना जी सकते हैं
  उसे तो तिजोरी में भरते हो....
  और जो  अनमोल है
 उस पानी को बर्बाद करते हो...
 इसकी कीमत जल्द ही तुम जानोगे
 जब तरसोगे बून्द बून्द तब इसे अनमोल मानोगे..

- दिखने में तो ये पानी साधारण है
  लेकिन तू जिंदा इसी के कारण है......
  रोक दो इसका दुरुपयोग करना
  वरना अपनी जान से इसका टैक्स भरना.....

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