क्या बताएं यारों😢😢😢
हमारी किस्मत थी बहुत ही खोटी
लुगाई मिल गई गलती से मोटी .....
उससे ज्यादा तो भीम में भी दम नही
और वो किसी बुलडोजर से कम नही....
एक दिन सो रहे थे हम दोनों
इतने में तो उसने घाव कर दिया ....
उसने बदली करवट
और अपना एक पैर मुझ पर धर दिया....
वो सौ किलो की टांग मुझ पर पटक गई
दम घुटा मेरा और मेरी सांसे अटक गई....
बड़ी मुश्किल से मैने अपना मुँह खोला
जिद्दोजहद के बाद मैं उससे बोला....
घुट घुट के मरना अच्छा है या एक दम से
नींदों में तभी वो बोल उठी हमसे ....
आप जैसे सवाल तो ना पूछे कोई बच्चा
एक दम से मरना ही है बहुत अच्छा....
सांस खींची होले -होले
बड़ी मुश्किल से हम बोले....
तू मेरी जिंदगी के सारे घाव
एक बार मे ही भर दे.....
अगर एक दम से मरना ही है अच्छा
तो अपना दूसरा पाँव भी मुझ पर धर दे....
By-Ravi jangid
मेने एक चुटकुले को कविता में तब्दील किया है
आपको ये कैसी लगी कॉमेंट बॉक्स में कॉमेंट करके
जरूर बताएं।।
धन्यवाद........
Otototototototot
ReplyDeleteHitanshu
😁😁😁👌🤣
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